2019 चुनाव से पहले राम मंदिर को लेकर दो बड़े बयान सामने आए हैं । पहला बयान इस मामले में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी का है...जिन्होंने दो टूक कहा है कि अगर सरकार राम मंदिर पर कोई कानून लाती है तो वो उसका स्वागत करेंगे । अंसारी ने यहां तक दिया है कि वो कानून को मानने वाले लोग हैं। दूसरा बयान संघ के सर कार्यवाहक भैया जी जोशी का है...जो उन्होंने कल दिया था । कल उन्होंने कहा था कि टेंट में वो खुद रामलला के आखिरी बार दर्शन कर रहे हैं । इन दोनों बयान को राम मंदिर की सियासत से जोड़कर देखिएगा तो दोनों के मायने बहुत बड़े और अहम हैं... लेकिन क्या इसका मतलब ये है कि सरकार बिल लाए इसकी संभावना और इसके लिए रास्ता प्रबल होता जा रहा है या फिर ये सबकुछ हाल में जो राम मंदिर को लेकर सियासत तेज़ हुई है उससे पैदा हुए खौफ का नतीजा है.. इस पर चर्चा करें उससे पहले आप वो दोनों बयान सुन लीजिए...ताकि चीजें पूरी तरह साफ हो जाए ।