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  • 8 years ago
मधेपुरा के रेल विद्युत इंजन कारखाना में एक सादे समारोह के साथ शुरू हो गया। इंजन निर्माण का कार्य करने वाली एल्सटॉम कंपनी के अधिकारी, भारतीय रेलवे के अधिकारी के साथ डीएम मो. सोहैल ने दीप जलाकर निर्माण कार्य विधिवत शुरू किया।

एल्सटॉम कंपनी के एशियन रीजन के सीनियर प्रेजिडेंट जेनफ्रेंन कोइस बीडीओइन ने इस प्रोजेक्ट को मेकइन इंडिया का बड़ा उदाहरण बताया। बताया कि फरवरी 2018 के अंत तक पहला लोकोमोटिव इंजन बनकर तैयार हो जाएगा।

भर्ती मौसम को ध्यान में रखकर इंजन बनाया जाएगा। लोकोमोटिव इंजन की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। उन्होंने कहा कि लोकोमोटिव इंजन का काम शुरू होने से मधेपुरा का आर्थिक व सांस्कृतिक विकास भी होगा। इस मौके पर एल्सटॉम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर जेन क्रिस्टोफ गोवर्ट, रेलवे सीएओ खुशीराम, डीएम मो. सोहैल, एसपी विकास कुमार आदि मौजूद रहे। 

एक नजर में इलेक्ट्रिक इंजन कारखाना
शहर से करीब चार किलोमीटर दूर चकला चौक के नजदीक रेल विद्युत इंजन कारखाना बनकर लगभग तैयार हो चुका है। 
इस फैक्ट्री की स्थापना के लिए 26 जनवरी 2016 को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ने कान्ट्रैक्ट साइन किया था। 4 अक्टूबर 1016 को फैक्ट्री निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया। रेल विद्युत इंजन निर्माण में अग्रणी फ्रांस की अलस्टॉम कंपनी को रेल विद्युत इंजन निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। प्रोजेक्ट के साथ गहराई से जुड़े रहे डीएम मो. सोहैल ने बताया कि भारत सरकार 1000 इंजन खरीदने का ऑर्डर दे चुकी है। डीएम ने बताया कि रेल फैक्ट्री में निर्माण कार्य शुरू होना मधेपुरा ही नहीं बल्कि संपूर्ण कोसी-सीमांचल और प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है।

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