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  • 8 years ago
माघी पूर्णिमा के अवसर पर कटिहार के कुरसेला और मनिहारी में गंगा और कोसी के संगम पर गंगा स्नान के लिये श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं भागलपुर के बरारी घाट और सुलतानगंज के उत्तरवाहिनी गंगा स्नान करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।

दोनों जगहों पर हजारों लोगों ने गंगा-कोसी में डुबकी लगायी। प्रयागराज के नाम से चर्चित जिले के कुर्सेला प्रखंड अंतर्गत गंगा-कोसी संगम तट पर जहां पर उत्तरवाहिनी गंगा प्रवाहित होती है वहीं पश्चिम की ओर से आने वाली बिहार की शोक नदी के नाम से चर्चित कोसी नदी  अपनी बड़ी बहन गंगा के आंचल में समाहित होती है जिसे गंगा-कोसी संगम तट के नाम से जाना जाता है।

इस नदी के कछार पर बुधवार को लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा-कोसी के संगम पर स्नान कर माघी पूर्णिमा का आनंद उठाया वही संत काव्य परंपरा के सर्वश्रेष्ठ कवि संत रविदास के पावन अवतरण तिथि पर लोगों ने मन चंगा तो कठौती में गंगा की कहानी को चरितार्थ किया। इस अवसर पर सीमांचल जिले के अलावा पड़ोसी राष्ट्र नेपाल, भूटान, बांग्लादेश सहित कोसी कमिश्नरी के आठ दर्जन से अधिक प्रखंडों के नागरिकों ने संगम तट पर डुबकी लगाई।

इस अवसर पर विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिये पुलिस बल की तैनाती की गयी थी। उधर पूर्णिमा को लेकर विभिन्न मन्दिरों में भी दिनभर पूजा अर्चना के लिये लोगों की भीड़ लगी रही। श्राद्धलुओं ने सुख शांति और अमन चैन की दुआ भी मांगी।

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