Inside Story: Case 25/2017: Ganesh Kotian murder case (Ep 788, 789@8th, 9th Apr, 2017)
- 7 years ago
http://crimepatroldastak.blogspot.com/2017/04/case-252017-gold-businessman-ganesh.html
गणेश कोटियान सोने का व्यापारी है जो की अपने बिज़नेस के सिलसिले में मंगलोर से पुणे आया हुआ है। वो कुछ परेशान है और एक लॉज में रुकने के लिए कमरा लेता है। दो दिन तक कोई उसको कमरे से निकलता नहीं देखता है और उसके कमरे में एक ताला लगा दिखाई देता है। कमरे के अंदर से एक अजीब सी बदबू भी आरही है। लॉज का मालिक पुलिस को बुलाता है और ताला खोलने पर पुलिस को गणेश की लाश पंखे से लटकी हुई मिलती है।
लॉज के रिसेप्शन से गणेश के होटल तक जाने वाले गलियारे में पुलिस को एक सीसीटीवी कैमरा लगा दिखाई देता है सो पुलिस उस कैमरा में दो दिन पहले की फुटेज खोजना शुरू करती है जब गणेश लॉज में दाखिल हुआ था। फुटेज में एक बहुत अजीबोगरीब चीज दिखाई देती है की जिस समय गणेश रिसेप्शन पर अपनी डॉक्यूमेंटेशन पूरी कर रहा था ठीक उसी समय उसके पीछे काला चश्मा और टोपी लगाए एक आदमी रिसेप्शनिस्ट और गणेश से नज़रें बचा कर उसी गलियारे की तरफ गया था जिस तरफ गणेश का कमरा था। फुटेज में इस अनजान आदमी की कोई तस्वीर साफ़ नहीं मिलती है मगर पुलिस को ये यकीन ज़रूर हो जाता है की इसी आदमी में गणेश का खून किया और फिर गणेश का बैग लेकर फरार हो गया।
गणेश कोटियान सोने का व्यापारी है जो की अपने बिज़नेस के सिलसिले में मंगलोर से पुणे आया हुआ है। वो कुछ परेशान है और एक लॉज में रुकने के लिए कमरा लेता है। दो दिन तक कोई उसको कमरे से निकलता नहीं देखता है और उसके कमरे में एक ताला लगा दिखाई देता है। कमरे के अंदर से एक अजीब सी बदबू भी आरही है। लॉज का मालिक पुलिस को बुलाता है और ताला खोलने पर पुलिस को गणेश की लाश पंखे से लटकी हुई मिलती है।
लॉज के रिसेप्शन से गणेश के होटल तक जाने वाले गलियारे में पुलिस को एक सीसीटीवी कैमरा लगा दिखाई देता है सो पुलिस उस कैमरा में दो दिन पहले की फुटेज खोजना शुरू करती है जब गणेश लॉज में दाखिल हुआ था। फुटेज में एक बहुत अजीबोगरीब चीज दिखाई देती है की जिस समय गणेश रिसेप्शन पर अपनी डॉक्यूमेंटेशन पूरी कर रहा था ठीक उसी समय उसके पीछे काला चश्मा और टोपी लगाए एक आदमी रिसेप्शनिस्ट और गणेश से नज़रें बचा कर उसी गलियारे की तरफ गया था जिस तरफ गणेश का कमरा था। फुटेज में इस अनजान आदमी की कोई तस्वीर साफ़ नहीं मिलती है मगर पुलिस को ये यकीन ज़रूर हो जाता है की इसी आदमी में गणेश का खून किया और फिर गणेश का बैग लेकर फरार हो गया।